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सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
पीएम मोदी को सत्ता से हटाने तक किसान आंदोलन का बस नाम ही बदलेगा!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने देश की जनता से माफी मांगते हुए कृषि कानूनों (Repeal Farm Laws) को वापस ले लिया था. लेकिन, एक मंझे हुए खिलाड़ी की तरह किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) ने इसे 'एकतरफा घोषणा' बताते हुए 6 मांगों के साथ किसान आंदोलन को जारी रखने का फैसला किया है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Yogendra Yadav के निलंबन ने किसान आंदोलन में घुसी राजनीति का वीभत्स चेहरा सामने ला दिया
लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakihmpur Kheri Violence) के मृतक किसानों की श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने के बाद योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) भाजपा कार्यकर्ता (BJP) शुभम मिश्रा के घर संवेदना जाहिर करने गए थे. संयुक्त किसान मोर्चा (Farmers Protest) के अनुसार, योगेंद्र यादव का व्यवहार अमानवीय ही माना गया होगा. तभी उन्हें एक महीने के लिये निलंबित किया गया.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
नेताओं के सड़कों पर बैठने से किसानों की लड़ाई कमजोर तो नहीं होगी?
कृषि कानून के विरोध में आज भारत बंद था. तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को एक साल पूरा होने वाला है. वैसे किसानों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का बड़ा असर दिखाई दे रहा है. तो चलिए देखते हैं कि आज के भारत बंद से किसे फायदा हुआ और नुकसान?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
किसान नेताओं की जिद बनी कोरोना की सुपर स्प्रेडर, किसान आंदोलन टाला क्यों नही जा रहा?
धरना स्थल पर दो किसानों की कोरोना से मौत होने के बाद भाकियू (किसान सरकार) ने यहां तक कह दिया कि जब किसान ही नहीं रहेगा, तो आंदोलन कौन करेगा? लेकिन, इसके बावजूद राकेश टिकैत सरीखे किसान नेता इसे ना टालने की जिद पकड़े हुए हैं. राकेश टिकैत तर्क दे रहे हैं कि क्या चुनावी रैलियों में कोरोना नहीं फैला था?